Society
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देश के विकास में बाधक एनीमिया: खामोश संकट की सच्चाई
जब भी भारत की विकास यात्रा की चर्चा होती है, तो आमतौर पर इसमें आर्थिक वृद्धि, डिजिटल इंडिया, बुनियादी ढांचे…
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जब खेत की मेड़ पर एक महिला खड़ी होती है, तो उसके हाथ में कुदाल होती है, पीठ पर बच्चा,…
Read More »भारत का गांव अब भी अपनी जड़ों में जिंदा है, पर उसकी आत्मा धीरे-धीरे शहरों की ओर खिसकती जा रही…
Read More »एक दौर था जब बाज़ार की कल्पना पुरुष उपभोक्ताओं के इर्द-गिर्द रची जाती थी। विज्ञापनों में पुरुषों की पसंद, आवश्यकताओं…
Read More »जब भी महिला सशक्तिकरण की बात होती है, तो उसके साथ उम्मीदों, बदलावों और बराबरी की एक कल्पना जुड़ी होती…
Read More »जब भी भारत की विकास यात्रा की चर्चा होती है, तो आमतौर पर इसमें आर्थिक वृद्धि, डिजिटल इंडिया, बुनियादी ढांचे…
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