“विवाह, धर्म और स्त्री अस्मिता: भारतीय समाज की बदलती संरचना”

हिंदू धर्म जिस भारतीय समाज में प्रचलित है, वह एकरूप नहीं बल्कि विविध रूपों वाला है। इसकी संरचना विषम है और इसमें कई परतें हैं। चार वर्गों की जाति-व्यवस्था सैकड़ों जातियों में विभाजित है। हिंदू धर्म की मूल मान्यताएं और उपासना पद्धतियां स्त्री-पुरुष तथा समाज के विभिन्न वर्गों के लिए भिन्न और सापेक्ष होती हैं, … Continue reading “विवाह, धर्म और स्त्री अस्मिता: भारतीय समाज की बदलती संरचना”