गुड गर्ल सिंड्रोम: संस्कारी बनने की अदृश्य कीमत

 गुड गर्ल सिंड्रोम: संस्कारी लड़की की अदृश्य बेड़ियाँ

बचपन से लड़कियों को अच्छी लड़की/आज्ञाकारी लड़की में गढ़ा जाता है।

'ना' कहने में क्यों झिझकती हैं लड़कियाँ?

टीवी, फिल्में और संस्कारी लड़की की छवि

कॉर्पोरेट में बोल्ड नहीं, चुप रहने की अपेक्षा – 

इस मानसिकता को चुनौती देना क्यों जरूरी है?

अब समय है — 'अच्छी' नहीं, 'सशक्त' बनें