सामान्य पृष्ठभूमि से आईं—एक गुलाम की बेटी, जो बनी अवध की रानी।

संगीत की शिक्षा, आकर्षक व्यक्तित्व और राजनीतिक सूझबूझ ने बदली तक़दीर।

बेगम हज़रत महल ने 1857 में अंग्रेज़ों के खिलाफ लखनऊ को संगठित कर विद्रोह का नेतृत्व किया।

अंग्रेज़ पत्रकार सर डब्ल्यू. रसेल ने भी  बेगम हज़रत महल के नेतृत्व कौशल से प्रभावित थे।

ब्रिटिश सत्ता के आगे कभी नहीं झुकीं बेगम हज़रत महल—नेपाल में निर्वासन में गुज़रे अंतिम दिन।

1857 की क्रांति की नायिका थी , बेगम हज़रत महल आज उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि।