जनसंख्या नीति

 महिला की भागीदारी अनिवार्य!

महिलाओं को जनसंख्या नीति में नहीं दी जाती प्राथमिक भागीदारी।

“हम दो, हमारे दो” जैसे नारों में महिला की भूमिका सिर्फ शारीरिक तक सीमित।

नीतिगत फैसलों में महिलाओं की सहमति और अधिकार नहीं जोड़े जाते।

लड़के की चाहत ने महिला के गर्भ के अधिकार को निगल लिया है।

60% महिलाएं गर्भनिरोधकों की जानकारी तक नहीं रखतीं।

शिक्षा और जागरूकता से महिला सशक्तिकरण और नियंत्रण संभव।

पुरुषों की सहभागिता और समझदारी के बिना नीति अधूरी रहेगी।

नीति के ज़मीन पर उतरने के लिए महिला और पुरुष दोनों की बराबरी जरूरी।